Tuesday, 19 October 2021

कानून सबके लिए बराबर नहीं है

ये है मेरा इंडिया
बुलंदशहर के अतिरिक्त सत्र न्यायालय के न्यायाधीश जज राजेश्वर शुक्ल ने एक 70 साला माँ को सिर्फ इसलिए उम्रकैद की सज़ा सुनाई कि एक आदमी उसके घर में उसकी बेटी से रेप करने की कोशिश कर रहा था जिसे बूढ़ी मां ने बेटी की इज़्ज़त बचाने के लिए कुल्हाड़ी से पाँच बार हमला कर दिया जिससे उसकी जान चली गई। जज साहब का कहना है कि सिर्फ एक बार ही वार करना चाहिए था जिससे वह वहाँ से भाग जाता। 
भारत में बलात्कारियों के हौसले ऐसे ही नहीं बुलंद हैं, उनको मालूम है कि उनको बचाने के लिए अदालत में फैसले बदल जाया करते हैं।
#StopRape

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