Thursday, 26 September 2019

तीन तलाक बिल मुसलमान, शरियत और मुस्लिम औरतों के हक

तीन तलाक बिल मुसलमान, शरियत और मुस्लिम औरतों के हक में नहीं बल्कि मर्द और औरत के खिलाफ़ हैं।

कुछ मेरे सवाल???

मर्द ने गुस्से में आकर तलाक बोल दिया​ और औरत ने भी गुस्से में पुलिस में शिकायत कर दी​.
पुलिस ने मर्द को गैर जमानती अपराध में 3 साल के लिए जेल डाल दिया​.
अब औरत की जिम्मेदारी है कि वह साबित करें कि मर्द ने तलाक बोला है जो कि बहुत मुश्किल है! मान लीजिए साबित हो गया तो मर्द को 3 साल कैद की सजा।​ अब औरत और बच्चों को कोन देखेगा?​ औरत अब दुसरी शादी भी नहीं कर सकती क्योंकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार उनका तलाक नहीं हुआ​.
और सबसे जो बड़ा मसला है अब उस औरत के सास ससुर, देवर, जेठ, ननद उसको उसी घर में रखेंगे क्या जिनके बेटे को उसने जेल में बंद करा दिया?​
​अब मर्द क्या उस औरत को अपनी बीवी मानेगा जिसने उसे 3 साल जेल की सजा दिलवाई?​ किसी भी हालत में शायद नहीं.
अब वो मर्द उसे कानूनी तौर पर तलाक देगा।​
इस सब प्रक्रिया में जो उनमें आपसी सुलह की गुंजाइश थी वह भी खत्म हो जाएगी​ !
इस तरह मियां बीवी और उनके बच्चों की जिन्दगी बर्बाद हो जाएगी !
​जो पार्टी हम मुसलमानों को गद्दार, देशद्रोही, कटवा, मुल्ला, आतंकवादी, पाकिस्तानी​ से सम्बोधित करती हैं जो ​गाय, बीफ और लव जिहाद के नाम पर मुसलमानों का कत्ल करती​ हैं, क्या वो कभी ​मुसलमानों का भला​ सोच सकती हैं??
भाजपा चाहती है दोनों अलग होंगे, पति जेल में मरेगा और पत्नी दर-दर भटक कर कोई गन्दा काम कर लेगी
जो मुस्लिमों को बर्बादी कि तरफ लें जायेगी।
#TeenTalak
#TriplaTalaq

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